झारखण्ड में फिलहाल ठण्ड से राहत , बूंदा बंदी के बावजूद नहीं गिरा रांची का पारा
, रांची
एक ओर जहां पूरा उत्तर भारत बर्फीली हवाओं और सर्दी से बेहाल है वहीं राज्य में इससे काफी राहत है , बात करें रांची की तो यहाँ के न्यूनतम तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। रोज न्यूनतम तापमान एक से दो डिग्री सेल्सियस ऊपर जा रहा है। बुधवार को रांची का न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके कारण दिन में अब रांचीवासियों को गर्मी लग रही है। हालांकि, सूरज ढलने के बाद ठंडक में बढ़ोतरी होती है। मौसम विज्ञान केंद्र 12 जनवरी तक रांची में ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है। 12 जनवरी के बाद से एक बार फिर ठंड बढ़ेगी और न्यूनतम तापमान में कमी आने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण चल रही हवाओं का रूख अभी उत्तर पश्चिम दिशा से है। अगर हवा की दिशा बदलकर दक्षिण पूर्व होती है तो इसका सीधा असर झारखंड के मौसम पर पड़ेगा। हालांकि, 12 जनवरी से हवा के रूख में बदलाव की पूरी संभावना बन रही है.
हल्की बूंदा बंदी से भी पारा नीचे नहीं गिरा
राजधानी रांची में बुधवार की सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई। हालांकि बूंदाबांदी से तापमान में कोई अंतर नहीं आया। बुधवार को रांची का अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री रिकॉर्ड दर्ज किया गया। पहले एक सप्ताह तक ऊपरी हिस्सों में बादल मंडरा रहे थे। यही कारण है कि पिछले कुछ दिनों से सूर्य की किरण थोड़ी हल्की आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष मकर संक्रांति पर शीतलहर चलने की संभावना है।
अन्य राज्यों में छाए रहेंगे आंशिक बादल
झारखण्ड के अन्य राज्यों की बात की जाए तो पिछले 24 घंटे में राज्य का मौसम सामान्य रूप से शुष्क रहा। वहीं, राज्य में सबसे ज्यादा गरम और सबसे ठंडा चाईबासा रहा। यहां का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री और न्यूनतम 11.7 डिग्री रिकार्ड किया गया।अभिषेक आनंद ने बताया कि भूमध्य सागर में पश्चिमी विक्षोभ के कारण एक चक्रवातीय क्षेत्र बन रहा है। इसका असर झारखंड राज्य पर देखने को मिल रहा है। 10 जनवरी तक रांची समेत अन्य जिलों में आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है।